बड़ी खबर : भारत में बन रही कोरोना की दवा, शुरू हुआ प्रोडक्शन, इतनी होगी कीमत !
बड़ी खबर : भारत में बन रही कोरोना की दवा, शुरू हुआ प्रोडक्शन, इतनी होगी कीमत !
कोरोना की दवाई को लेकर दुनिया भर में वैज्ञानिक और डाक्टर दिन रात एक किये हुए है और भारत इस रेस में सबसे आगे निकलता दिखाई दे रहा है. जी, एक बड़ी जानकारी ये सामने आई है कि भारत में कोरोना की दवाई का प्रोडक्शन शुरू कर दिया गया है और 7 से 10 करोड़ खुराक की पहली खेप बनाई जा रही है.
ये दवाई दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ पुणे बना रही है और इस बात का खुलासा खुद कंपनी के मालिक अदर पूनावाला ने किया है. उन्होंने बताया है कि कंपनी ने कोरोना के वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है.
अदर पूनावाला ने बताया कि उनकी कंपनी ब्रिटेन के ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर दवाई का ह्यूमन ट्रायल कर रही है. इस ट्रायल के नतीजे जब आयेंगे, तब आयेंगे लेकिन शुरुआती दौर में वैक्सीन को सफलता मिली है और इसी सफलता के बाद हमने दवाई का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है.
World's largest vaccine maker, Serum Institute of India which produces 1.5 Billion vaccine doses each year, is producing 40 Million units of a coronavirus vaccine developed by University of Oxford – although it’s still on trial.pulselive.co.ke/bi/tech/the-wo…
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पूनावाला ने कहा कि ट्रायल के नतीजों पर मुहर लगने के बाद अगर दवाई का प्रोडक्शन शुरू करेंगे तो दवाई बनने में और समय लगेगा, इस लिए हम एडवांस में ही दवाई का निर्माण कर रहे हैं. जैसे ही ट्रायल की सफलता पर अंतिम मुहर लगेगी वैसे ही दवाई की सप्लाई मार्किट में शुरू कर दी जाएगी. इससे दवाई के निर्माण में लगने वाला समय बच जायेगा
अदर ने ये भी बताया कि उनकी कंपनी दुनिया में सबसे ज्याद वैक्सीन बनाती है और वो अपने रिस्क पर प्रोडक्शन कर रहे हैं अगर ट्राइल के नतीजे नेगेटिव आते है तो फिर बनाए हुए दवाई को नष्ट कर दिया जायेगा. लेकिन उनको ट्रायल के शुरुआती रिजल्ट्स पर इतना भरोसा हो चुका है की अरबों रुपए लगाकर उन्होंने दवाई का प्रोडक्शन भी शुरू कर दिया है.
सीरम इंस्टिट्यूट के मालिक ने ये भी बताया कि वो पहली खेप में 7 से 10 करोड़ खुराक बना रहे हैं. उनका दावा है कि वो इस दवा को साधारण कीमत पर ही लोगो को देंगे. इसकी 1 डोज की कीमत 1 हज़ार भारतीय रुपए के आसपास ही होगी ताकि दवाई को साधारण से साधारण लोग भी ले सके.


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