मई लाया खुशखबरी : भारत इसी महीने बना लेगा कोरोना की वैक्सीन !

मई लाया खुशखबरी : भारत इसी महीने बना लेगा कोरोना की वैक्सीन !



भारत में इस वक्त की जो हालात है, उसे देखते हुए एक्सपर्ट बता रहे हैं कि अब पहले से भी ज्यादा सावधान रहने की जरुरत है। क्योंकि पहले की तुलना में कोरोना वायरस के फैलने की स्पीड और ज्यादा तेज़ हो गई है। पिछले तीन या चार दिनों से रोजाना औसतन 1500 नए संक्रमित मरीज़ सामने आ रहे हैं। जो यह बताता है कि केवल लॉक डाउन ही एकमात्र उपाय नहीं है। लेकिन, सरकार के पास फिलहाल इसके अलावा और कोई उपाय भी नहीं है। इसी बीच एक खबर आ रही है जो शायद भारत सरकार ही नहीं बल्कि पूरे देश को सुकुन देगी।
खबर महाराष्ट्र के पुणे से है। यहां मौजूद Serum Institute of india (SII) ने कहा है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो अगले 2-3 हफ़्ते में कोरोना वायरस के वैक्सीन बनने लगेंगे। अब ये सबकुछ ठीक कैसे होगा तो Oxford विश्वविद्यालय ने दुनिया के 7 बड़े संस्थानों से बातचीत की है। अगर Oxford का ह्यूमन ट्रायल सफल रहा, तो ये 7 बड़े संस्थान जिनमें SII शामिल है, कोरोना की वैक्सीन का वितरण और निर्माण शुरू कर देंगे। और सितम्बर-अक्टूबर आते-आते वैक्सीन बाज़ार में।
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार, पिछले कई दिनों से लगातार Oxford यूनिवर्सिटी इसका वैक्सीन बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है। वैक्सीन का फॉर्मूला तो बना लिया गया है लेकिन, इसकी जरुरत थी ह्यूमन ट्रायल यानि टेस्टिंग की, जो कि 23 अप्रैल से शुरु कर दिया गया है। इस वैक्सीन का नाम है ChAdOx1 nCoV-19. 800 एकदम स्वस्थ लोगों ने वैक्सीन की टेस्टिंग के लिए अपना नाम लिखवाया है। भारत में SII के CEO आदर पूनावाला ने कहा है कि अगले महीने यानी मई से वैक्सीन का निर्माण शुरू करने के फ़ैसले में एक रिस्क है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि,
SII वैक्सीन बनाना शुरू कर रहा है। ये सोचते हुए कि सितम्बर-अक्टूबर में Oxford ट्रायल के ख़ुश करने वाले नतीजे सामने आ जायेंगे। बिना नतीजों के वैक्सीन निर्माण शुरू करना एक रिस्क है। लेकिन हम ये तैयारी इसलिए कर रहे हैं ताकि अगर वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल में सफ़ल हो गयी, तो हमारे पास पहले से कुछ डोज़ मौजूद होंगे। और उस समय भी हम वैक्सीन का निर्माण कर रहे होंगे, जिससे बड़ी मात्रा में लोगों को वैक्सीन मिल सकेगी।
SII की टीम Oxford में काम कर रही प्रोफेसर ऐड्रीआना हिल के सम्पर्क में लगातार बनी हुई है। कम्पनी का कहना है कि पहले 6 महीनों तक हम हर महीने 50 लाख वैक्सीन के डोज़ बनायेंगे। उसके बाद हम हर महीने लगभग 1 करोड़ वैक्सीन का निर्माण शुरू करेंगे। PTI के मुताबिक़ कम्पनी ICMR और डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेक्नॉलॉजी के सम्पर्क में है। ताकि इंडिया में क्लिनिकल ट्रायल करने की तैयारी शुरू की जा सके। इसके अलावा SII के CEO आदर पूनावाला का कहना है कि वैक्सीन का मार्केट दाम वो 1000 रुपये प्रति वैक्सीन पर रखेंगे। ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस वैक्सीन का लाभ उठा सकें।

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